Washington ने दिखा दिया – वाशिंगटन सुंदर का करियर एक बेहद दिलचस्प उतार-चढ़ाव भरी यात्रा रही है। उन्होंने पहली बार 2017 के आईपीएल में सीनियर स्तर पर तब सबका ध्यान खींचा जब उन्होंने पॉवरप्ले के दौरान कसी हुई गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया। हालांकि, जब वह दूसरी टीमों में शामिल हुए, तो उनके रोल में बदलाव हुआ और वह शुरुआती सफलता को बरकरार नहीं रख पाए।
2020-21 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उन्हें एक चौंकाने वाली एंट्री मिली जब वह भारत के इकलौते स्पिनर के रूप में उतरे। उस सीरीज़ में उन्होंने न केवल गेंद से बल्कि बल्लेबाज़ी से भी अपना जौहर दिखाया। यह वही सीरीज़ थी जिसने भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक यादगार जीत दर्ज की, और वाशिंगटन की बल्लेबाज़ी ने सभी को चौंका दिया।
हालांकि, उस सफलता के बाद उनका करियर फिर से थम सा गया। लेकिन जब भारत ने रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के बाद के विकल्पों पर ध्यान देना शुरू किया, तब वाशिंगटन सुंदर को एक बार फिर मौका मिलने लगा। वह धीरे-धीरे टीम में एक नियमित विकल्प बनने लगे।
IPL में असमानता: इम्पैक्ट प्लेयर नियम का असर
यह हैरानी की बात रही कि टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने वाले लगभग 20 खिलाड़ियों में से वाशिंगटन सुंदर ही एकमात्र ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें आईपीएल में खेलने का मौका नहीं मिल रहा था। इसका मुख्य कारण माना जा सकता है इम्पैक्ट प्लेयर नियम, जो हरफनमौला खिलाड़ियों को विकसित करने के लिए उत्साहित नहीं करता।
यह नियम उन खिलाड़ियों को नुकसान पहुंचाता है जो ना तो पूरी तरह से विशेषज्ञ बल्लेबाज होते हैं और ना ही विशेषज्ञ गेंदबाज। वाशिंगटन सुंदर ऐसे ही “जैक ऑफ ऑल ट्रेड्स” खिलाड़ियों में आते हैं – बहुत अच्छे, लेकिन पूरी तरह फिट नहीं बैठने वाले। नतीजतन, उन्हें पिछले साल केवल दो ही आईपीएल मुकाबले खेलने को मिले।
सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने उन्हें छोड़ दिया, और गुजरात टाइटन्स (GT) जैसी मजबूत गेंदबाजी टीम में भी उनके लिए जगह नहीं बन पाई। यहां तक कि मुंबई इंडियंस के खिलाफ उन्हें इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में खेलने की उम्मीद थी, लेकिन अंत में GT ने एक विशेषज्ञ गेंदबाज ईशांत शर्मा को चुना।
किस्मत का मोड़: SRH के खिलाफ मौका और मौके का पूरा इस्तेमाल

GT और SRH के मुकाबले में किस्मत ने उनका साथ दिया। SRH की धीमी और कम उछाल वाली पिच पर GT ने एक अतिरिक्त स्पिनर खिलाने का फैसला लिया और वाशिंगटन को मौका मिला। हालाँकि, पिच तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद कर रही थी, इसलिए उन्हें गेंदबाजी का मौका नहीं दिया गया।
फिर बल्लेबाज़ी में GT के दो विकेट जल्दी गिर गए, कप्तान क्रीज़ पर थे और कोच ने वाशिंगटन को नंबर 4 पर भेजने का फैसला लिया। शायद यह निर्णय टीम में दाएं-बाएं हाथ के संयोजन को ध्यान में रखकर लिया गया, या फिर शाहरुख खान के फ्लॉप प्रदर्शन को देखते हुए।
जो भी कारण रहा हो, वाशिंगटन ने इस मौके को दोनों हाथों से पकड़ा। उन्होंने आते ही पॉवरप्ले के फील्ड सेटअप का फायदा उठाया और सटीक क्लासिकल शॉट्स के साथ-साथ T20 के लिए जरूरी रचनात्मकता भी दिखाई। छठे ओवर में सिमरजीत सिंह के खिलाफ 20 रन लेकर उन्होंने GT को जीत की राह पर डाल दिया।
शुभमन गिल के साथ 90 रन की साझेदारी में उन्होंने 49 रन बनाए और गिल को पिच को समझने का समय दिया। ESPNcricinfo के स्मार्ट स्टैट्स के अनुसार, वाशिंगटन ने मैच की सबसे मूल्यवान पारी खेली, हालांकि मोहम्मद सिराज को 4 विकेट के लिए मैन ऑफ द मैच दिया गया।
आगे की राह: क्या GT उन्हें बनाए रखेगी?
वाशिंगटन सुंदर अब उम्मीद कर रहे होंगे कि इस पारी से GT का मैनेजमेंट उन्हें एक नियमित खिलाड़ी के रूप में देखे। हालांकि, GT का रवैया प्रक्रिया-आधारित है, परिणाम-आधारित नहीं। वे वाशिंगटन को अब भी एक गेंदबाज के रूप में प्राथमिकता दे सकते हैं, बल्लेबाज़ के रूप में नहीं।
GT का अगला मैच राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उनके घरेलू मैदान पर है। यदि वहां फिर से काली मिट्टी की धीमी पिच होती है तो वाशिंगटन को टीम में बनाए रखा जा सकता है और अतिरिक्त तेज गेंदबाज को बाहर बैठना पड़ सकता है।
Washington ने दिखा दिया – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q. वाशिंगटन सुंदर को आईपीएल में ज्यादा मौके क्यों नहीं मिल रहे थे?
A. इम्पैक्ट प्लेयर नियम के कारण टीमें विशेषज्ञ खिलाड़ियों को प्राथमिकता देती हैं। वाशिंगटन ना तो पूर्ण विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं और ना ही केवल स्पिनर के रूप में अश्विन जैसे प्रभावशाली, जिससे उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिल पाई।
Q. क्या वाशिंगटन सुंदर ने SRH के खिलाफ मैच में गेंदबाजी की?
A. नहीं, हालांकि उन्हें मैच में शामिल किया गया था, लेकिन पिच तेज गेंदबाजों के अनुकूल थी इसलिए उन्हें गेंदबाजी का मौका नहीं मिला।
Q. SRH के खिलाफ उनकी बल्लेबाजी में क्या खास था?
A. उन्होंने नंबर 4 पर आकर शानदार बल्लेबाज़ी की, पॉवरप्ले में आक्रामक शॉट्स खेले और शुभमन गिल के साथ मजबूत साझेदारी निभाई, जिससे टीम को लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिली।