पाकिस्तान वायु सेना के मियांवली ट्रेनिंग एयर बेस पर शनिवार तड़के आतंकवादी हमला हुआ जिसमें सभी 9 आतंकी मारे गए हैं. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब शुक्रवार को ही बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तानी सेना के कम से कम 17 सैनिक मारे गए थे.पाकिस्तान के मियांवली ट्रेनिंग एयरबेस में शनिवार तड़के उस समय आतंकवादी हमला हुआ जब घुप्प अंधेरे में हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ था. एयरबेस के आसपास रहने वाले लोगों को जब सुबह-सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट और धमाकों की आवाज सुनाई दी तो वो घरों से बाहर निकल आए. पता चला कि एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ है. जल्द ही पूरा इलाका गोलियों की आवाज से गूंज उठा और एयरबेस के अंदर से आग की लपटें और धुंआ आता हुआ दिखाई देने लगा.पाकिस्तानी सेना ने भी तत्काल मोर्चा संभाला और तत्काल तीन आतंकियों को ढेर कर दिया. इसके बाद लगातार चले ऑपरेशन में सभी 9 आतंकवादियों को ढेर कर दिया.
सीढ़ी के जरिए घुसे एयरबेस में
आतंकवादियों ने एयरबेस की अच्छे से रेकी की थी और उन्हें पता था कैसे अंदर घुसकर हमले को अंजाम देना है. सबसे पहले उन्होंने हमले को अंजाम देने के लिए सुबह का समय चुना और एयरबेस की दीवार को फांदकर अंदर घुसे. इसके लिए उन्होंने की चारदीवारी में एक तरफ से सीढ़ी लगाई और फिर तारबाड़ को काट कर अंदर घुसे. अंदर घुसते ही आतंकी अलग-अलग दिशाओ में चले गए और फायरिंग शुरू कर दी. मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने मोर्चा संभाला और एक आतंकी को तुरंत और दो आतंकियों को कुछ देर बाद ढेर कर दिया. इसके बाद बचे हुए 6 और आतंकी ढेर कर दिए गए.
लड़ाकू विमानों में लगाई आग
इस दौरान आतंकियों ने सबसे पहले एयरबेस में मौजूद तीन लड़ाकू विमानों में आग लगा दी और पास में रखे फ्यूल की वजह से आग तेजी से फैलती चले गई. आतंकियों में कुछ फिदायीन हमलावर भी शामिल थे. पाकिस्तानी सेना फिलहाल पूरे परिसर को खाली कराकर घेराबंदी कर चुकी है. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब शुक्रवार को ही बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में हुए आतंकी हमले में कम से कम 17 सैनिक मारे गए थे.
पाक सेना का बयान
इस हमले के बाद पाकिस्तानी सेना ने बयान जारी करते हुए कहा कि हमारी सेना ने असाधारण साहस का परिचय देते हुए समय पर जवाबी कार्रवाई की जिसमें three आतंकवादियों को एयरबेस में एंट्री करने से पहले ही मार गिराया गया. बचे हुए तीन आतंकवादियों की सैनिकों ने तत्काल घेराबंदी कर ली. हालांकि, हमले के दौरान पहले से ही एयरबेस में खड़े तीन लड़ाकू विमानों और एक ईंधन बाउज़र को नुकसान पहुंचा है. सेना ने कहा कि पाकिस्तान सशस्त्र बल हर कीमत पर देश से आतंकवाद खात्मे के लिए प्रतिबद्ध हैं.
तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान ने ली जिम्मेदारी
तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. टीजेपीके प्रवक्ता मुल्ला मुहम्मद कासिम ने मियांवली के एयरबेस पर हुए हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया है कई आत्मघाती हमलावर भी इसमें शामिल हैं. अपने गठन के बाद, टीजेपी ने सबसे पहले पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के पास बलूचिस्तान के एक सीमावर्ती शहर चमन में दो पाकिस्तानी सुरक्षा कर्मियों की हत्या की थी और इसके बाद यह संगठन चमन, बोलान, स्वात के क्षेत्र कबल में कई हत्याओं को अंजाम दे चुका है.
कौन है टीजेपी
टीजेपी का गठन पाकिस्तान के खिलाफ जिहाद छेड़ने के लिए किया गया था, जिसका उद्देश्य देश को एक इस्लामिक राज्य में बदलना है. कहा जाता है कि इसका संबंध तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान या अल-क़ायदा आदि से भी हो सकता है. टीजेपी अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा बनाए गए शरिया कानून का समर्थन करता है. इस समूह का मानना है कि सशस्त्र जिहाद के अलावा, पाकिस्तान में इस्लामी व्यवस्था लागू करना संभव नहीं है.
इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए, फिलहाल सैकड़ों मुजाहिदीन और इस्लाम के दर्जनों फिदायीन (आत्मघाती हमलावर) धन और शरीर के साथ बलिदान देने के लिए हमेशा तैयार हैं… हमारा लक्ष्य पाकिस्तानी सुरक्षा संस्थान हैं जो इस शरिया विरोधी व्यवस्था में हमारे विरोधी हैं.