समुद्र तट पर स्थित झोंपड़ियों में पर्यटकों को beer and wine बेचने का प्रस्ताव आंध्र प्रदेश के पर्यटन मंत्री कंडुला दुर्गेश ने घोषणा की है कि राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एक नई रणनीति पर काम कर रही है। इस योजना के तहत, समुद्र तटों पर बनाए जाने वाले शैक्स में बीयर और वाइन की बिक्री और सेवन की अनुमति देने का प्रस्ताव रखा गया है। इस कदम का उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना और अधिक पर्यटकों को आकर्षित करना है।
ब्लू फ्लैग बीच पर महत्वपूर्ण घोषणा

पर्यटन मंत्री कंडुला दुर्गेश ने सोमवार को विशाखापट्टनम के रुशिकोंडा बीच पर ब्लू फ्लैग को फहराने के बाद यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के समक्ष रखा गया है और जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
पर्यटन नीति में बड़ा बदलाव
नई पर्यटन नीति के तहत, पर्यटन को ‘उद्योग का दर्जा’ दिया गया है जिससे अधिक उद्यमियों को इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। इसके अंतर्गत, 5 स्टार होटलों की तर्ज पर बीच शैक्स में भी बीयर और वाइन बेचने की अनुमति दी जा सकती है। इस कदम से विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने और पर्यटन क्षेत्र में निवेश बढ़ाने की उम्मीद की जा रही है।
पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार सिर्फ खाने-पीने की पारंपरिक चीजों तक सीमित नहीं रहना चाहती है। विधानसभा अध्यक्ष च. अय्यन्ना पत्रुडु ने हाल ही में विशाखापट्टनम में आयोजित पर्यटन निवेशकों की बैठक में कहा कि “पर्यटक सिर्फ मूरी मिक्सचर खाने या चाय-कॉफी पीने के लिए बीच पर नहीं आते, बल्कि उन्हें बेहतर सुविधाएं और मनोरंजन की जरूरत होती है।” उन्होंने सुझाव दिया कि टूर ऑपरेटरों को समुद्र में कॉकटेल पार्टियां आयोजित करने की अनुमति मिलनी चाहिए जिससे अधिक से अधिक पर्यटक आकर्षित हों।
आर्थिक प्रभाव और पर्यावरणीय चिंताएं
इस प्रस्ताव के लागू होने से राज्य के पर्यटन क्षेत्र को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने की संभावना है। इससे स्थानीय व्यापारियों और उद्यमियों को भी लाभ मिलेगा, साथ ही रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। हालांकि, इस योजना को लेकर कुछ पर्यावरणीय और सामाजिक चिंताएँ भी हैं। पर्यावरणविदों का मानना है कि यदि शराब की बिक्री और सेवन की अनुमति दी जाती है, तो इससे समुद्र तटों की स्वच्छता और पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
सुरक्षा और निगरानी की जरूरत
सरकार को इस योजना को लागू करने से पहले सुरक्षा उपायों पर विशेष ध्यान देना होगा। यह सुनिश्चित करना होगा कि बीच शैक्स पर शराब के सेवन से कोई कानून-व्यवस्था की समस्या न हो। इसके लिए, स्थानीय प्रशासन को सख्त नियम बनाने होंगे और निगरानी बढ़ानी होगी ताकि पर्यटन और स्थानीय लोगों के बीच संतुलन बना रहे।
क्या कह रहे हैं स्थानीय लोग और उद्यमी?
स्थानीय व्यापारियों और उद्यमियों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है। उनका मानना है कि इससे उनके व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा और उन्हें अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने का मौका मिलेगा। वहीं, कुछ स्थानीय निवासियों को आशंका है कि इससे समाज पर गलत प्रभाव पड़ सकता है और कुछ स्थानों पर असामाजिक गतिविधियों में वृद्धि हो सकती है।
भविष्य की योजनाएं
राज्य सरकार इस योजना के विभिन्न पहलुओं पर विचार कर रही है। यदि इसे मंजूरी मिलती है, तो इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। प्रारंभिक चरण में कुछ चुनिंदा बीच शैक्स पर शराब बेचने की अनुमति दी जा सकती है और उसके प्रभाव का मूल्यांकन किया जाएगा। यदि यह योजना सफल होती है, तो इसे अन्य समुद्र तटों पर भी लागू किया जा सकता है।
निष्कर्ष
बीयर और वाइन की बिक्री की अनुमति देने का यह प्रस्ताव निश्चित रूप से पर्यटन क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। यदि इसे सही तरीके से लागू किया जाता है, तो इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा। हालांकि, इसके साथ कुछ चुनौतियाँ भी जुड़ी हुई हैं जिन्हें ध्यान में रखकर उचित योजना बनाई जानी चाहिए। सरकार, स्थानीय प्रशासन, उद्यमी और नागरिकों को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि यह कदम पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डाले।
पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न:1. यह प्रस्ताव क्या है?
उत्तर. यह प्रस्ताव बीच (समुद्र तट) पर स्थित झोपड़ियों में पर्यटकों को बीयर और वाइन बेचने और परोसने की अनुमति देने से संबंधित है। इसका उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करना है।
प्रश्न:2. यह प्रस्ताव क्यों लाया गया है?
उत्तर. यह प्रस्ताव इसलिए लाया गया है ताकि स्थानीय और विदेशी पर्यटकों को समुद्र तट पर एक बेहतरीन अनुभव मिल सके और वे अधिक समय तक वहां रुकें। इससे राज्य के पर्यटन क्षेत्र को भी आर्थिक लाभ मिलेगा।
प्रश्न:3. क्या यह प्रस्ताव पहले से लागू है या अभी विचाराधीन है?
उत्तर. फिलहाल, यह प्रस्ताव राज्य सरकार के विचाराधीन है। इसे मुख्यमंत्री के पास स्वीकृति के लिए भेजा गया है, और जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।