शाहरुख़ ख़ान, जिन्हें अक्सर “किंग ऑफ़ बॉलीवुड” कहा जाता है, ने हाल ही में मुफासा: द लायन किंग के हिंदी संस्करण में मुफासा को अपनी आवाज़ दी है। इस फिल्म के प्रचार के दौरान, शाहरुख़ ने मुफासा और अपनी ज़िंदगी के बीच गहरे संबंध का ज़िक्र किया। यह किंग की कहानी एक राजा की नहीं, बल्कि उस व्यक्ति की है जिसने दिलों पर राज किया।
“विरासत की रोशनी नहीं, तन्हाइयों की विरासत मिली”
वॉल्ट डिज़्नी स्टूडियोज़ इंडिया ने इस फिल्म का एक प्रमोशनल वीडियो जारी किया, जिसमें शाहरुख़ कहते हैं:
“यह कहानी है एक ऐसे राजा की, जिसे विरासत की रोशनी नहीं, तन्हाइयों की विरासत मिली। लेकिन उसकी रगों में बहता था जुनून। और उसी जुनून से उसने ज़मीन से उठकर आसमान को छुआ। ज़मीन पर तो कई बादशाह हुकूमत करते आए हैं, पर उसने राज़ किया सभी के दिलों पर।”
शाहरुख़ ने मुफासा की कहानी को अपनी यात्रा से जोड़ा। उन्होंने बताया कि मुफासा और उनकी ज़िंदगी में समानताएं हैं। जैसे मुफासा ने कठिन परिस्थितियों का सामना करके एक सच्चे राजा का दर्जा पाया, वैसे ही शाहरुख़ ने भी अपने संघर्षों को पार करते हुए सफलता हासिल की।
“यह कहानी मुफासा की है”
शाहरुख़ ने मुस्कुराते हुए कहा, “काफ़ी मिलती-जुलती है ना यह कहानी? लेकिन यह कहानी मुफासा की है।” वीडियो में मुफासा: द लायन किंग के कुछ झलकियां भी देखने को मिलती हैं।
फिल्म का निर्देशन ऑस्कर-विजेता बैरी जेनकिंस ने किया है और इसकी कहानी जेफ़ नथानसन ने लिखी है। अंग्रेज़ी संस्करण के लिए मूल स्कोर लिन-मनुएल मिरांडा ने तैयार किया है।
एक ख़ास पारिवारिक जुड़ाव
फिल्म में शाहरुख़ ख़ान के साथ उनके दोनों बेटे भी शामिल हैं। आर्यन ख़ान ने सिम्बा को अपनी आवाज़ दी है, जबकि सबसे छोटे बेटे अबराम मुफासा के बचपन को आवाज़ देते हैं। इस परियोजना ने तीनों को एक अनोखे तरीके से एकजुट किया।
यह पहली बार नहीं है जब शाहरुख़ और आर्यन किसी फिल्म में साथ काम कर रहे हैं। इससे पहले, आर्यन ने द लायन किंग (2019) के हिंदी संस्करण में सिम्बा को अपनी आवाज़ दी थी, और शाहरुख़ ने मुफासा के लिए डबिंग की थी।
मुफासा और शाहरुख़: समानता की गहरी झलक
शाहरुख़ ख़ान की ज़िंदगी मुफासा की तरह संघर्ष, जुनून और जीत की कहानी है। दिल्ली के एक साधारण परिवार से आकर, शाहरुख़ ने बिना किसी फिल्मी पृष्ठभूमि के बॉलीवुड पर राज किया। मुफासा की तरह, उन्होंने भी मुश्किल हालातों का सामना किया, लेकिन अपने आत्मविश्वास और मेहनत से दिलों पर अपनी छाप छोड़ी।
शाहरुख़ की यह कहानी प्रेरणादायक है। उनका मानना है कि मुफासा की तरह सच्चे राजा वही होते हैं, जो दिलों पर राज करते हैं।
फिल्म की ख़ास बातें
- डायरेक्टर: बैरी जेनकिंस, जिन्होंने ऑस्कर विजेता फिल्म मूनलाइट बनाई थी।
- वॉयस कास्ट:
- शाहरुख़ ख़ान: मुफासा
- आर्यन ख़ान: सिम्बा
- अबराम ख़ान: मुफासा (कब)
- रिलीज़ डेट: 20 दिसंबर 2024
- भाषाएं: अंग्रेज़ी, हिंदी, तमिल, और तेलुगू।
FAQs
1. शाहरुख़ ख़ान ने मुफासा की आवाज़ क्यों दी?
शाहरुख़ मुफासा की कहानी से गहरा जुड़ाव महसूस करते हैं। उनके अनुसार, मुफासा और उनकी ज़िंदगी के संघर्ष और सफलता की यात्रा में समानताएं हैं।
2. आर्यन और अबराम का फिल्म में क्या योगदान है?
आर्यन ने सिम्बा को आवाज़ दी है और अबराम मुफासा के बचपन के किरदार को अपनी आवाज़ दे रहे हैं।
3. फिल्म की रिलीज़ डेट क्या है?
मुफासा: द लायन किंग 20 दिसंबर 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।
4. मुफासा की कहानी शाहरुख़ की ज़िंदगी से कैसे मेल खाती है?
शाहरुख़ का कहना है कि जैसे मुफासा ने अपनी परिस्थितियों को पार करके सच्चा राजा बनने का सफर तय किया, वैसे ही उन्होंने भी अपनी ज़िंदगी में बिना किसी विरासत के दिलों पर राज किया।
5. फिल्म को किन भाषाओं में देखा जा सकता है?
फिल्म हिंदी, अंग्रेज़ी, तमिल और तेलुगू में उपलब्ध होगी।