India’s Best Dancer 3 Winner Samarpan Lama: समर्पण लामा इंडियाज बेस्ट डांसर 3 के विनर हैं. उन्होंने बताया कि वो क्यों बीच में ही शो छोड़ना चाहते थे.
India’s Best Dancer 3 Winner Samarpan Lama: समर्पण लामा इंडियाज बेस्ट डांसर 3 के विनर हैं. जीत की ये जर्नी समर्पण के लिए बहुत आसान नहीं रही है. एक वक्त तो वो बीच में ही शो छोड़ने की सोच रहे थे.
कंटेम्पोररी किंग समर्पण लामा ने कई हफ्ते की कड़ी मेहनत के बाद ये ट्राफी अपने नाम की. इंडियाज बेस्ट डांसर सीजन 3 की ट्राफी ही नहीं उन्होंने लोगों को दिल भी जीता. उन्होंने कैश मनी प्राइज के तौर पर 15 लाख मिली. ईटाइम्स टीवी को दिए इंटरव्यू में समर्पण ने अपने जीत की कहानी बताई. समर्पण ने अपने फेवरेट जज रेमो डिसूजा के बारे में भी बात की कि उनकी कैसे उनसे मुलाकात हुई.
बीच में ही क्यों छोड़ना चाहते थे शो
समर्पण ने इंटरव्यू में बताया कि वो क्यों बीच में ही शो छोड़ना चाहते थे. इसका कारण था कि वो कोरियोग्राफर्स के स्टेप को मैच नहीं कर पा रहे थे. समर्पण ने कहा कि मेरी जर्नी काफी दिलचस्प रही और मेरे लिए काफी प्राउड की बात है. मैं ऑडिशन देने के लिए पुणे से आया और मैंने यहां 8 महीने बिताए जो कि काफी खूबसूरत थे. मुझे अभी भी याद है जब मुझे टॉप 13 में सिलेक्ट किया गया था. इसके बाद मुझे ग्रैंड प्रीमियर में कोरियोग्राफर के साथ परफॉर्म करना था जहां उनके स्टेप के साथ मैच करना बहुत कठिन था. तब तक मैंने सोलो ही परफॉर्म किया था, यहां मुझे दिक्कत हुई. मैं शो छोड़ना चाहता था, कई लोग ये बात नहीं पता थी. लेकिन चैनल, टीम ने हमेशा मुझे मोटिवेट किया, कहा कि मैं खुद को पुश कर सकता हूं.
ये था बेस्ट परफॉर्मेंस
‘इसके बाद मैं कोरियोग्राफर्स के साथ डांसिंग का यूज टू हो गया. एडवांस डांस और कोरियोग्राफी के लिए मैं सीरियस हुआ. इसके बाद मुझे अच्छे प्रदर्शन करने को मिले. लहू मुंह लग गया, क्या दिन थे वो जैसे अच्छी परफॉर्मेंस दी. इसके बाद मेरा टॉप8 और टॉप6 में सिलेक्शन हुआ. ये मेरे लिए वॉव मूवमेंट्स था. यहां मुझे चिंता होने लगी कि मेरा क्या होगा पर फाइनली मैं फाइनल तक पहुंचा और फिर ट्राफी हासिल की. मेरे फेवरेट जज टैरेंस लुईस सर ने मुझे काफी सपोर्ट तकिया. उन्होंने मुझे वहां सजेशन दिया जहां मेरी कमजोरी थी. मेरी सारे जजों के साथ अच्छी बॉन्डिंग्स रही.’
अनोखी विश
समर्पण ने कहा कि मेरी एक ही विश थी कि मरने से पहले रेमो सर के सामने परफॉर्म करना था. जब वो आए तो उन्होंने मुझे जूते दिए जो कि आज भी मेरे पास है. वो हमेशा से मेरे फेरवेट रहे हैं. मुझे खुशी है कि मैंने अपने इस सपने को जिंदगी में बहुत जल्दी हासिल कर लिया.