ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया ए और इंडिया ए के बीच मैके में खेले गए पहले अनौपचारिक टेस्ट मैच के अंतिम दिन गेंद बदले जाने के विवाद पर कड़ा रुख अपनाते हुए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) से इस मामले पर स्पष्टीकरण की मांग की है। वॉर्नर का कहना है कि यह मुद्दा जल्द से जल्द हल होना चाहिए, खासकर जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर आने वाली है। उन्होंने कहा, “अंतिम निर्णय तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को करना है, लेकिन इस तरह के मामलों में पारदर्शिता और स्पष्टता आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसे विवादों से बचा जा सके।”
मैच के दौरान गेंद को लेकर विवाद तब उत्पन्न हुआ जब अंपायरों ने गेंद की स्थिति पर सवाल उठाते हुए उसे बदलने का निर्णय लिया। वॉर्नर का मानना है कि इस मामले में अंपायरों या मैच रेफरी को स्थिति को स्पष्ट करने के लिए आगे आना चाहिए और सभी सवालों के जवाब देने चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर अंपायरों को लगा कि गेंद के साथ कुछ गड़बड़ है, तो मुझे विश्वास है कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।”
वॉर्नर के अनुसार, गेंद की स्थिति पर संदेह होने पर अंपायरों ने इसे बदलने का निर्णय लिया, जिससे विवाद खड़ा हुआ। उनका मानना है कि सीए ने इस मामले को जल्द से जल्द निपटाने का प्रयास किया, संभवतः भारतीय टीम के आगामी दौरे के कारण। वॉर्नर ने यह भी कहा कि उन्हें लगता है कि इस मुद्दे पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को सार्वजनिक रूप से एक स्पष्टीकरण देना चाहिए ताकि खिलाड़ियों और दर्शकों के बीच विश्वास बना रहे।
डेविड वॉर्नर का कहना है कि खेल के दौरान किसी भी संदिग्ध स्थिति पर पारदर्शिता होना आवश्यक है। उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि अगर अंपायरों को लगता है कि गेंद के साथ कुछ अनियमितता हुई है, तो मैच रेफरी को सार्वजनिक रूप से सभी सवालों के उत्तर देने चाहिए। इससे खिलाड़ियों में स्पष्टता और खेल में ईमानदारी बनी रहती है।
यह पहली बार नहीं है जब क्रिकेट मैच के दौरान गेंद की स्थिति पर विवाद उठा हो। इस तरह के विवादों के बीच क्रिकेट के खेल में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखना महत्वपूर्ण है, और वॉर्नर ने सीए से यह अपेक्षा की है कि वह इस मामले पर उचित निर्णय ले।
ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने ऑस्ट्रेलिया ए और इंडिया ए के बीच मैके में खेले गए पहले अनौपचारिक टेस्ट मैच के दौरान गेंद बदले जाने के विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। वॉर्नर ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) से इस मामले पर स्पष्टीकरण जारी करने की मांग की है और कहा कि सीए को स्पष्ट रूप से खिलाड़ियों और प्रशंसकों को इस मुद्दे के बारे में जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा, “मुझे लगता है कि मैच रेफरी को अपने स्टाफ यानी अंपायरों से बात करनी चाहिए। अगर वे अंपायर के निर्णय से सहमत हैं, तो आपको इसके समर्थन में खड़ा होना होगा।”
मैच के अंतिम दिन भारतीय खिलाड़ियों, खासकर विकेटकीपर इशान किशन, ने अंपायरों द्वारा नई गेंद थमाए जाने पर नाराजगी जाहिर की। मैच के दौरान स्टंप माइक्रोफोन पर बातचीत में अंपायर शॉन क्रेग को यह कहते हुए सुना गया था कि पिछली गेंद पर काफी खरोंचें थीं, जो गेंद बदलने का कारण बनीं। वहीं, इशान किशन ने इस फैसले को “मूर्खतापूर्ण” करार दिया। उनकी इस प्रतिक्रिया ने भारतीय टीम में नाराजगी को साफ दिखाया।
वॉर्नर ने कहा कि इस मुद्दे पर मैच रेफरी और अंपायरों को सामने आकर सभी सवालों का जवाब देना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि सीए की ओर से अब तक इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं आया है, जो खिलाड़ियों और प्रशंसकों में असंतोष पैदा कर सकता है। वॉर्नर ने कहा, “सीए को जाहिर तौर पर इस संबंध में बयान जारी करना चाहिए। मैंने अभी तक तो सीए की ओर से ऐसा होता कुछ देखा नहीं है।”
यह पहला मौका नहीं है जब गेंद की स्थिति को लेकर विवाद खड़ा हुआ है, और ऐसे मामलों में पारदर्शिता बनाए रखना खेल की निष्पक्षता के लिए महत्वपूर्ण है। वॉर्नर ने स्पष्ट किया कि अगर अंपायरों को लगता है कि गेंद के साथ कुछ गड़बड़ है, तो सीए को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और सार्वजनिक रूप से जानकारी देनी चाहिए ताकि खिलाड़ियों और दर्शकों का विश्वास बना रहे।
इस पूरे प्रकरण से यह स्पष्ट होता है कि खेल के नियमों और उनकी निष्पक्षता को लेकर खिलाड़ियों की उम्मीदें अधिक हैं, और किसी भी विवाद के संदर्भ में अधिकारीयों को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। वॉर्नर का मानना है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को चाहिए कि वह अपनी भूमिका को गंभीरता से ले और इस मामले को बिना किसी देरी के सुलझाए।