Alia Bhatt calls Samantha ‘hero on and off-screen’, sings Oo Antava at Jigra event

आलिया भट्ट ने अपनी फिल्म *जिगरा* के प्री-रिलीज इवेंट में सामंथा रूथ प्रभु को जो भावभीनी श्रद्धांजलि दी, उसने ना केवल उपस्थित दर्शकों को भावुक किया, बल्कि इसने फिल्म उद्योग में महिलाओं के बीच सहयोग और समर्थन का एक महत्वपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत किया। हैदराबाद में आयोजित इस कार्यक्रम में आलिया ने सामंथा की प्रतिभा और ताकत की प्रशंसा की, जो इस समय की सबसे चर्चित बातें बनीं।

आलिया का सम्मान और सामंथा की प्रेरणा

WhatsApp Channel Join Now

आलिया ने सामंथा के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा, “मेरी प्यारी सामंथा, आप ऑन-स्क्रीन और ऑफ-स्क्रीन एक हीरो हैं। आपकी ताकत, लचीलेपन और प्रतिभा की मैं बहुत प्रशंसा करता हूँ।” इस वाक्य में आलिया ने सिर्फ सामंथा की कला का ही नहीं, बल्कि एक महिला के रूप में उसकी यात्रा का भी सम्मान किया। यह कहना बहुत महत्वपूर्ण है कि फिल्म उद्योग में महिलाओं को अक्सर अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सामंथा का नाम लेना और उनकी सराहना करना, वास्तव में एक प्रेरणादायक कदम है।

आलिया का यह भी कहना था कि सामंथा की कहानी केवल महिलाओं के लिए नहीं, बल्कि सभी के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने बताया कि “यह आसान नहीं है कि एक महिला एक पुरुषों के समाज में अपनी पहचान बनाए, लेकिन सामंथा ने यह साबित किया है कि वह इस चुनौती से ऊपर उठ चुकी हैं।”

 त्रिविक्रम श्रीनिवास के साथ सहयोग की इच्छा

आलिया ने इस अवसर पर निर्देशक त्रिविक्रम श्रीनिवास से एक दिलचस्प अनुरोध भी किया। उन्होंने कहा, “त्रिविक्रम सर, मुझे लगता है कि सामंथा और मुझे आपके द्वारा लिखी और निर्देशित एक फिल्म में होना चाहिए।” यह बयान ना केवल एक मजेदार पल था, बल्कि इससे यह भी पता चलता है कि वे दोनों अभिनेत्रियाँ एक-दूसरे के साथ काम करने के लिए कितनी उत्सुक हैं। आलिया का यह अनुरोध फिल्म उद्योग में अभिनेत्रियों के बीच की प्रतिस्पर्धा की धारणाओं को तोड़ता है।

 सामंथा का साहस

सामंथा का कार्यक्रम में उपस्थित होना विशेष रूप से महत्वपूर्ण था, क्योंकि यह उनके निजी जीवन में चल रहे विवादों के बीच था। हाल ही में तेलंगाना के मंत्री कोंडा सुरेखा द्वारा उनके तलाक पर की गई टिप्पणियों ने मीडिया में काफी हलचल मचाई थी। ऐसे में सामंथा की यह पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी। उन्होंने इस अवसर पर अपने निजी जीवन की समस्याओं को किनारे रखकर आलिया के प्रति अपने समर्थन को स्पष्ट किया।

सामंथा ने अपने संयम और प्रोफेशनलिज़्म का परिचय देते हुए इस मुद्दे पर बात करने से परहेज किया। यह एक साहसी कदम था, क्योंकि उन्होंने अपनी पहचान को बनाए रखा और ध्यान को अपनी पेशेवर जिम्मेदारियों पर केंद्रित किया।

 

जिगरा की प्रतीक्षा

आलिया भट्ट की फिल्म *जिगरा*, जो 11 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है, को लेकर दर्शकों में उत्सुकता है। वासन बाला द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आलिया के साथ वेदांग रैना भी हैं। फिल्म के ट्रेलर और संगीत ने पहले ही दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया है। आलिया की परफॉर्मेंस के साथ-साथ फिल्म की कहानी को लेकर दर्शकों में काफी जिज्ञासा है।

 महिलाओं के बीच सहयोग और समर्थन

इस कार्यक्रम ने न केवल आलिया और सामंथा की मित्रता को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि फिल्म उद्योग में महिलाओं के बीच सहयोग और समर्थन कितना महत्वपूर्ण है। यह बात महत्वपूर्ण है कि जब महिलाएँ एक-दूसरे को समर्थन देती हैं, तो वे एक नई दिशा में आगे बढ़ सकती हैं। आलिया और सामंथा के रिश्ते ने एक सकारात्मक संदेश भेजा है कि सिनेमा की दुनिया में प्रतिस्पर्धा के बजाय सहयोग का मार्ग चुनना अधिक फलदायी हो सकता है।

आलिया भट्ट और सामंथा रूथ प्रभु का यह कार्यक्रम सिर्फ एक फिल्म के प्रमोशन का अवसर नहीं था, बल्कि यह एक नई सोच और एकजुटता का प्रतीक बन गया है। जैसे-जैसे *जिगरा* की रिलीज नजदीक आ रही है, दर्शकों में न केवल फिल्म के प्रति उत्साह है, बल्कि आलिया और सामंथा जैसी अभिनेत्रियों के प्रयासों से उद्योग में आशा और एकजुटता की एक नई भावना भी जगी है। यह कार्यक्रम दर्शाता है कि जब महिलाएँ एक-दूसरे का हाथ थामती हैं, तो वे हर चुनौती का सामना कर सकती हैं और एक नई कहानी लिख सकती हैं।

इस प्रकार, आलिया और सामंथा का यह साझा मंच हमें यह याद दिलाता है कि सिनेमा के माध्यम से वे एक नई पहचान और नई सोच को स्थापित कर सकती हैं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

Leave a Comment