अमित शाह से 6 महीने का CM पद मांगने पर शिंदे को मिला ऐसा जवाब: महाराष्ट्र की राजनीति में मुख्यमंत्री पद को लेकर गर्मागर्मी अपने चरम पर है। शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व के बीच चल रही बातचीत ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। हाल ही में खबरें सामने आई हैं कि शिंदे ने भाजपा को महज 6 महीने के लिए मुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन, भाजपा ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
भाजपा ने 6 महीने के मुख्यमंत्री प्रस्ताव को क्यों खारिज किया?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि भाजपा ने शिंदे के प्रस्ताव को खारिज करते हुए इसे “गलत मिसाल” बताया। भाजपा का मानना है कि प्रशासन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। भाजपा ने स्पष्ट किया कि 6 महीने के लिए मुख्यमंत्री नियुक्त करने का कोई सिस्टम नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार, और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ 28 नवंबर को हुई बैठक में यह मुद्दा उठाया गया था। इसमें भाजपा ने शिंदे को अपने पुराने कथित वादे की याद दिलाई, जिसमें कहा गया था कि लोकसभा चुनाव के बाद अगर गठबंधन बहुमत में आता है तो शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
शिंदे के तर्क और भाजपा की प्रतिक्रिया
शिंदे ने भाजपा को याद दिलाया कि लोकसभा चुनाव के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया गया था। लेकिन भाजपा ने इस अनुरोध को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी ने गठबंधन के तहत 230 सीटें जीती हैं और इतने स्पष्ट बहुमत के बाद भाजपा को मुख्यमंत्री पद छोड़ना गलत होगा।
बैठक के दौरान, भाजपा नेतृत्व ने शिंदे से सवाल किया कि अगर उनकी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिल जाता, तो क्या वे मुख्यमंत्री पद छोड़ते? इस पर शिंदे का कोई जवाब नहीं था।
आगे की रणनीति पर भाजपा की बैठक
भाजपा की विधायक दल की बैठक बुधवार को होने जा रही है, जिसमें विधायक दल के नेता का चुनाव होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र में सत्ता के इस खेल का अंतिम परिणाम क्या होगा।
अमित शाह से 6 महीने का CM पद मांगने पर शिंदे को मिला ऐसा जवाब, सब हैरान!: FAQs
Q. भाजपा ने शिंदे के 6 महीने के मुख्यमंत्री बनने के प्रस्ताव को क्यों ठुकराया?
A. भाजपा ने इसे “गलत मिसाल” बताते हुए कहा कि ऐसा कदम प्रशासनिक व्यवस्था को कमजोर करेगा और इससे गठबंधन की स्थिरता पर भी सवाल खड़े होंगे।
Q. क्या भाजपा और शिंदे के बीच कोई सहमति बन सकती है?
A. फिलहाल, भाजपा स्पष्ट बहुमत के कारण मुख्यमंत्री पद अपने पास रखने के मूड में है। हालांकि, आगे की बैठकों में स्थिति बदल भी सकती है।
Q. क्या भाजपा ने शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था?
A. शिंदे का दावा है कि लोकसभा चुनाव के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया गया था। लेकिन, भाजपा ने इस वादे को वर्तमान स्थिति में लागू करने से इनकार कर दिया।